1/16/2010

स्‍वयं में प्रेरणा खोजिए

किसी अन्य को प्रेरित करना बहुत कठिन है। हम स्वयं अपनी धारणाओं के आधार पर अपने से ही प्रेरित होते है। व्यक्ति अन्य किसी बात की तुलना में अपनी प्रेरणाओं के लिए सबसे अधिक उत्तरदायी होता हैं।
आप तो पहले से प्रेरित हैं। यह इस बात से स्पष्ट है कि आप यह ब्लोग पढ़ रहे हैं। फिर भी आप अपने भीतर की उस ऊर्जा को जगाना चाहते हैं, प्राप्त करना चाहते हैं,कि जिससे आपका कार्य निर्विघ्न चल सके।
यदि आप एक विद्यार्थी हैं और आप अध्ययन करना चाहते हंै परन्तु आपकी रुचि टेलीविजन देखने में है, तो यह स्पष्ट है कि आपको अपने अध्ययन की इच्छा को बलवती करना पड़ेगा और तब तक के लिए टेलीवीजन को छोड़ना पड़ेगा। केवल अध्ययन की आकांक्षा ही तीव्र करनी होगी। अन्य आकांक्षाओं, इच्छाओं को दबाना ही पड़ेगा। अर्थात् लक्ष्य-प्राप्ति के मार्ग के अवरोधों को लाख आकर्षणों के बावजूद नष्ट करना ही होगा,ताकि आप अपने लक्ष्य को ठीक से वेध सकें। इसका अर्थ है कि आपको एक विशेष प्रकार के विश्वास को विकसित करना होगा जो आप को विचलित नहीं होने से रोक सके, यही “प्रेरणा” है।
भोजन की तलाश एवं वंश वृद्धि, अन्य प्राणियों की भाँति मानव का भी प्रकृति-प्रदत्त स्वाभाविक गुण है। शरीर का प्रत्येक अंग उक्त कार्यों के संचालन के लिए बना है।फिर भी जैसे आँखें निरन्तर 8-10 घंटे पढ़ते रहने के लिए नहीं बनी हैं। इसी तरह मस्तिक का कार्य भी किसी एक बिन्दु पर केन्द्रित होने के लिए नहीं हुआ, वह अन्य पक्षों या क्रियाओं पर ध्यान देना नहीं है फिर भी, सफलता-प्राप्ति के लिए हमें भी उसे एक बिन्दु पर केन्द्रित करना पड़ेगा । ऐसा करना एक प्राकृतिक प्रक्रिया नहीं है। हमें स्वयं को ऐसी अप्राकृतिक क्रियाएँ करने के लिए नियंत्रित करना ही पड़ता है। फिर भी सफलता-प्राप्ति के लिए हमें मस्तिष्क में यह विश्वास बिठाना पड़ता है कि एक बात जो हम करना चाहते हैं, उतनी ही महत्त्वपूर्ण है जितना जीवित रहना, अन्य बातों को हमें गौण बनाना पड़ता है, उन्हें कम महत्त्व देना पड़ता है। इस बात को यों समझें कि अपने लक्ष्य के अलावा अन्य सारी बातें निरर्थक हैं। तभी हम अपने लक्ष्य में सफल हो सकते हैं। प्रेरित होने का अर्थ है कुछ करने की पूर्ण तैयारी। प्रेरणा का मतलब उस लक्ष्य के लिए कार्य करने को तैयार रहना जो कि अपनी सफलता का मार्ग प्रशस्त करता है ।
“आप किसी को प्रेरित नहीं करते हैं। आप केवल इस शक्ति को स्वयं में खोजने में सहयोग करते हैं।”
- गेलिलियो (इटली का महान् वैज्ञानिक)

ब्लॉग आर्काइव

कुछ मेरे बारे में

I AM SUNEEL PATHAK
FROM AYODHYA FAIZABAD
I AM REPORTER IN DAINIK JAGRAN
AYODHYA EDITION SINCE 2005.